सरकार का चौंकाने वाला फैसला
Student Union Elections News से कॉलेज परिसरों में हलचल मच गई है। सरकार ने साफ कर दिया है कि अब अशासकीय कॉलेजों में छात्र संघ चुनाव कराने की जिम्मेदारी पूरी तरह कॉलेज प्रबंधन की होगी।
गेंद कॉलेजों के पाले में
सरकार की दूरी बनाने के बाद अब निर्णय सीधे-सीधे कॉलेज प्रशासन पर आ गया है। इसका मतलब है कि हर निजी कॉलेज खुद तय करेगा कि चुनाव होंगे या नहीं।
परेशानी से बचने की कवायद
सूत्रों का कहना है कि अशासकीय कॉलेजों में चुनाव प्रक्रिया अक्सर राजनीतिक टकराव और प्रशासनिक दिक्कतें पैदा करती थी। यही कारण है कि सरकार ने इससे हाथ पीछे खींच लिए।
छात्रों की मिली-जुली प्रतिक्रिया
कई छात्रों ने इसे स्वतंत्रता का मौका बताया, जबकि कुछ का मानना है कि कॉलेज प्रबंधन अब चुनाव से पूरी तरह बच सकता है। ऐसे में छात्र राजनीति के कमजोर पड़ने का डर भी सामने आ रहा है।
भविष्य पर सवाल
अब Student Union Elections News का अगला अध्याय कॉलेज प्रशासन ही लिखेगा। आने वाले हफ्तों में यह देखना दिलचस्प होगा कि अशासकीय कॉलेज लोकतांत्रिक प्रक्रिया को अपनाते हैं या इससे किनारा कर लेते हैं।











