
🗳️ “नाम कटा, तो Citizenship भी जाएगी!” — ओवैसी का SIR पर बड़ा बयान
बिहार चुनाव 2025 से पहले SIR विवाद Owaisi Bihar Politics 2025 को लेकर गरमाता जा रहा है। इस कड़ी में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने धमाकेदार बयान दिया है। चुनाव आयोग के दफ्तर से बाहर आते ही उन्होंने साफ कर दिया कि अगर मतदाता सूची से लोगों का नाम छूट गया, तो वे अपनी नागरिकता भी गंवा सकते हैं।
🕵️ “हम SIR के खिलाफ नहीं, पर वक्त तो दो!”
ओवैसी ने कहा, “हम इस विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन इतनी बड़ी कवायद के लिए पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए।” उन्होंने चेतावनी दी, “अगर 15-20% लोग भी छूटे, तो उनकी नागरिकता पर संकट आ सकता है।”
🧾 “वोट नहीं मिलेगा, रोज़ी-रोटी पर भी असर!”
AIMIM प्रमुख ने दो टूक कहा, “जिसका नाम कटेगा, वो सिर्फ वोट नहीं दे पाएगा, बल्कि उसकी रोज़गार और योजनाओं से जुड़ी पहचान भी खतरे में पड़ जाएगी।” उन्होंने पूछा, “इतने कम समय में चुनाव आयोग कैसे भरोसेमंद सूची तैयार करेगा?”
📢 “ये नाम काटने की जल्दबाज़ी क्यों?”
ओवैसी ने पहले भी सवाल उठाया था कि एक महीने में इतनी विशाल प्रक्रिया को पूरा करना अव्यवहारिक है। उन्होंने कहा, “इसमें जल्दबाज़ी की जा रही है। अगर लाखों नाम छूट गए तो जिम्मेदार कौन होगा?”
⚖️ लाल बाबू केस का उदाहरण, कोर्ट ने कहा था- बिना नोटिस नाम नहीं कट सकता
उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के लाल बाबू हुसैन मामले का हवाला देते हुए कहा, “कोर्ट ने साफ कहा था कि मतदाता सूची से किसी का नाम बिना नोटिस और उचित प्रक्रिया के नहीं हटाया जा सकता।”
🌊 सीमांचल में बाढ़, युवा कर चुके हैं पलायन
ओवैसी ने बताया कि बिहार के सीमांचल क्षेत्र के लोग 6 महीने तक बाढ़ से कटे रहते हैं। कई युवा रोज़गार के लिए दूसरे राज्यों में हैं। ऐसे में बीएलए एक घर में कितनी बार आएगा? उन्होंने तंज कसा, “शायद एक या दो बार ही। क्या यही लोकतंत्र है?”
📽️ वायरल वीडियो लिंक:
क्या SIR के ज़रिए बिहार चुनाव से पहले बड़ी सियासी चाल चली जा रही है?
SIR विवाद Owaisi Bihar Politics 2025 पर अब देशभर की निगाहें टिक गई हैं।