⚡ सनसनीखेज शुरुआत
SC on Retired High Court Judge ने ऐसा बयान दिया जिसने कानूनी और राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा – “सौभाग्य से वह रिटायर हो गए” और उनके फैसलों को याद करते हुए सख्त टिप्पणी दर्ज की।
⚖️ सुप्रीम कोर्ट की सख्त नाराजगी
यह टिप्पणी तब सामने आई जब सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट के एक सेवानिवृत्त जज के पुराने आदेश का जिक्र हुआ। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ऐसे आदेश न्यायिक प्रक्रिया को कमजोर करते हैं और न्यायपालिका पर सवाल खड़े करते हैं।
📜 विवादित फैसलों का जिक्र
सुप्रीम कोर्ट ने बताया कि इस जज के कई फैसले कानून की बुनियादी व्याख्या से मेल नहीं खाते थे। ऐसे निर्णय जनता के विश्वास को डगमगा सकते हैं, इसलिए अदालत ने नाराजगी के साथ कहा कि अच्छा हुआ वह अब रिटायर हो चुके हैं।
👩⚖️ न्यायपालिका में जिम्मेदारी का संदेश
SC on Retired High Court Judge की यह टिप्पणी केवल आलोचना नहीं, बल्कि एक गहरा संदेश भी है। सुप्रीम कोर्ट ने साफ किया कि न्यायाधीशों को हर हाल में पारदर्शिता और न्याय की कसौटी पर खरा उतरना चाहिए।
🔍 सुनवाई के दौरान तीखी प्रतिक्रिया
जब केस से जुड़े दस्तावेज़ों में विवादित फैसले सामने आए, तो सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने तीखी प्रतिक्रिया दी। कोर्ट ने साफ कहा कि ऐसे आदेश न्यायिक विवेक से परे और न्याय व्यवस्था को अस्थिर करने वाले थे।
⏳ जनता के विश्वास की अहमियत
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि न्यायपालिका की नींव जनता के भरोसे पर टिकी है। अगर किसी जज के फैसले उस भरोसे को चोट पहुँचाते हैं, तो यह लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक है।
🌐 अब चर्चा का विषय
SC on Retired High Court Judge की यह टिप्पणी अब पूरे देश में चर्चा का विषय है। सवाल यही है कि क्या भविष्य में सुप्रीम कोर्ट ऐसे विवादित आदेशों के खिलाफ और कड़े कदम उठाएगा?











