🌌 प्रेरणादायक शुरुआत
PM Modi National Space Day Speech ने आज हर भारतीय को गौरवान्वित कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा – “आर्यभट्ट से लेकर गगनयान तक की यात्रा ने न सिर्फ विज्ञान को नई ऊँचाइयाँ दी हैं बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी यह प्रेरणा का स्रोत है।”
🛰️ आर्यभट्ट से शुरू हुई अंतरिक्ष यात्रा
भारत की स्पेस कहानी की शुरुआत 1975 में पहले सैटेलाइट “आर्यभट्ट” से हुई थी। प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि कैसे सीमित संसाधनों के बावजूद भारतीय वैज्ञानिकों ने असंभव को संभव किया।
🚀 गगनयान तक का सफर
आज भारत गगनयान मिशन की तैयारी में है, जहाँ भारतीय अंतरिक्ष यात्री पहली बार अंतरिक्ष की यात्रा करेंगे। मोदी ने कहा कि यह कदम भारत को वैश्विक स्पेस पावर के रूप में स्थापित करेगा।
🇮🇳 आत्मनिर्भर भारत की पहचान
PM Modi ने बताया कि स्पेस टेक्नोलॉजी में भारत की उपलब्धियाँ आत्मनिर्भर भारत की असली पहचान हैं। उन्होंने कहा कि ISRO की मेहनत ने हर भारतीय का सिर गर्व से ऊँचा कर दिया है।
📡 भविष्य की पीढ़ियों के लिए संदेश
प्रधानमंत्री ने युवाओं से कहा कि विज्ञान और टेक्नोलॉजी केवल करियर का रास्ता नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण का साधन है। आर्यभट्ट से गगनयान तक की यह यात्रा हर युवा को बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने की हिम्मत देती है।
🌍 अंतरिक्ष और भारत की नई भूमिका
National Space Day पर प्रधानमंत्री का यह संबोधन केवल उपलब्धियों का जश्न नहीं, बल्कि भविष्य की ओर बढ़ते भारत का रोडमैप भी है। अब भारत सिर्फ अंतरिक्ष की दौड़ का हिस्सा नहीं, बल्कि उसका नेतृत्व करने की स्थिति में है।











