बसपा शक्ति प्रदर्शन की तैयारी
उत्तर प्रदेश की राजनीति में नई हलचल देखने को मिल रही है। विधानसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी अब अपना शक्ति प्रदर्शन करने जा रही है। 9 अक्टूबर को लखनऊ में होने वाले इस कार्यक्रम में हजारों नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे।
मायावती का बड़ा संदेश
इस आयोजन के दौरान बसपा प्रमुख मायावती कार्यकर्ताओं को चुनावी रणनीति का स्पष्ट रोडमैप देने वाली हैं। माना जा रहा है कि वे इस मंच से सीधे कार्यकर्ताओं को मिशन 2025 का संदेश देंगी और बूथ-स्तर तक मजबूत तैयारी का आह्वान करेंगी।
चुनावी समीकरण पर असर
राजनीतिक जानकार मानते हैं कि इस शक्ति प्रदर्शन से विपक्षी पार्टियों पर दबाव बढ़ेगा। सपा और कांग्रेस जहां महागठबंधन की कोशिश में हैं, वहीं बसपा का यह कार्यक्रम साफ संकेत है कि पार्टी अकेले दम पर चुनावी मैदान में उतरने को तैयार है।
लखनऊ बनेगा सियासी केंद्र
9 अक्टूबर को राजधानी लखनऊ में बसपा की मौजूदगी और रैली का प्रभाव पूरे प्रदेश में गूंजेगा। ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी मतदाताओं तक को लुभाने के लिए मायावती का यह कदम बेहद अहम माना जा रहा है।
आगे की रणनीति क्या होगी?
फिलहाल सभी की नजरें 9 अक्टूबर पर टिकी हैं। सवाल यही है कि बसपा का यह शक्ति प्रदर्शन सिर्फ ताकत दिखाने तक सीमित रहेगा या चुनावी रणभूमि में इसे वोटों में तब्दील किया जा सकेगा।











