🔹 यूपी में अफगान विदेश मंत्री का बड़ा बयान
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में स्थित देवबंद में पहुंचकर अफगानिस्तान के विदेश मंत्री ने ऐसा बयान दिया जिसने सभी को चौंका दिया। उन्होंने कहा कि तालिबान की विचारधारा पर देवबंद का गहरा प्रभाव रहा है और दोनों के बीच वैचारिक समानताएं हैं। मंत्री के इस बयान ने भारत और अफगानिस्तान के बीच राजनयिक हलचल तेज कर दी है।
🔹 ‘देवबंद की सोच ने तालिबान को दिशा दी’
अफगान विदेश मंत्री ने कहा कि “देवबंद की इस्लामी शिक्षा और विचारधारा” ने तालिबान के गठन और उसकी सोच को प्रभावित किया। हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि आज का अफगानिस्तान नए युग में प्रवेश कर रहा है, जहां शिक्षा, विकास और सहयोग प्रमुख लक्ष्य हैं। उनका यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत और अफगानिस्तान के रिश्ते फिर से गर्म हो रहे हैं।
🔹 भारत-अफगान रिश्तों में नई शुरुआत की उम्मीद
मंत्री ने यह भी संकेत दिया कि आने वाले समय में भारत और अफगानिस्तान के बीच आवागमन और संपर्क बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक, धार्मिक और ऐतिहासिक संबंध दोनों देशों को जोड़ते हैं, और अब इन रिश्तों को राजनयिक स्तर पर मजबूत करने की जरूरत है।
🔹 देवबंद की भूमिका पर अंतरराष्ट्रीय नजर
देवबंद की इस्लामी शिक्षण संस्था की पहचान पूरी दुनिया में है। कई इस्लामी देशों के छात्र यहां शिक्षा प्राप्त करते हैं। अफगान विदेश मंत्री के इस बयान ने देवबंद की भूमिका पर वैश्विक ध्यान खींचा है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि इस बयान से भारत की कूटनीति के लिए नई चुनौतियां और अवसर दोनों पैदा हो सकते हैं।
🔹 राजनीतिक गलियारों में हलचल
मंत्री के बयान के बाद भारत के राजनीतिक और कूटनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि अफगानिस्तान अब भारत से जुड़ाव बढ़ाने की रणनीति पर काम कर रहा है, और यह बयान उसी दिशा में एक संकेत हो सकता है।










