🔥 Yogi Sarkar की कार्रवाई से हड़कंप
Yogi Sarkar की कार्रवाई ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस नीति सिर्फ़ बात नहीं, हकीकत है। Auraiya के SDM को सिर्फ इसलिए सस्पेंड कर दिया गया क्योंकि उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसमें वह जेब में संदिग्ध लिफाफा रखते नज़र आए।
🎥 Viral Video से मचा बवाल
घटना का वीडियो जैसे ही वायरल हुआ, लोगों में आक्रोश फैल गया। क्लिप में SDM को एक व्यक्ति से कुछ लेते हुए दिखाया गया और तुरंत बाद वह उसे जेब में रख लेते हैं। यहीं से बवाल शुरू हुआ और सवाल खड़े होने लगे।
⚖️ सीधी कार्रवाई, बिना देरी के आदेश
Yogi Adityanath की सरकार ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लिया और बिना किसी देरी के SDM को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इस कदम को प्रशासनिक पारदर्शिता की दिशा में मजबूत संकेत माना जा रहा है।
🚨 SDM Auraiya पर लगे गंभीर आरोप
हालांकि वीडियो में क्या था, इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी जांच के बाद होगी, लेकिन जिस तरह से जनता की प्रतिक्रिया आई और मामला वायरल हुआ, उसने सरकार को तुरंत एक्शन लेने पर मजबूर कर दिया।
🕵️♂️ जांच होगी निष्पक्ष – सरकार का दावा
राज्य सरकार ने कहा है कि पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की जाएगी। अगर SDM दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ और भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मामले को anti-corruption एंगल से भी देखा जा रहा है।
🗣️ जनता में मिला समर्थन
Yogi Sarkar की कार्रवाई को जनता का जबरदस्त समर्थन मिला है। सोशल मीडिया पर लोग इस एक्शन की सराहना कर रहे हैं और उम्मीद जता रहे हैं कि ऐसे मामलों में कोई ढील नहीं दी जानी चाहिए।
🧾 निष्कर्ष: एक्शन में सरकार, अलर्ट अधिकारी
यह मामला सिर्फ एक SDM के सस्पेंशन का नहीं, बल्कि पूरे प्रशासनिक ढांचे के लिए चेतावनी है कि अब ज़रा सी भी चूक जनता की नज़रों से नहीं बच सकती। Yogi Sarkar का यह कदम निश्चित रूप से सख्त लेकिन ज़रूरी था।











