🌐 Trump Tariffs War ने बदले वैश्विक व्यापार के नियम
जब से अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ्स युद्ध की शुरुआत की है, दुनिया भर के व्यापारिक समीकरण बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। अमेरिका और चीन के बीच शुरू हुआ यह आर्थिक संघर्ष अब बाकी दुनिया की अर्थव्यवस्था को भी झकझोर रहा है।
🌍 ब्रिक्स बैठक में दिखी चिंता, लेकिन मिला समाधान
साउथ अफ्रीका में आयोजित ब्रिक्स 2025 बैठक में यह मुद्दा खास चर्चा का विषय बना। ब्राजील, रूस, भारत, चीन और साउथ अफ्रीका के नेताओं ने माना कि Tariff War ने विश्व व्यापार की स्थिरता पर बड़ा खतरा खड़ा कर दिया है।
🗣️ जयशंकर की चेतावनी – “यह सिर्फ अमेरिका-चीन का मुद्दा नहीं”
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपने भाषण में दो टूक कहा कि यह सोच लेना गलत होगा कि यह सिर्फ अमेरिका और चीन के बीच का मामला है। उन्होंने चेताया कि बढ़ते शुल्क और संरक्षणवाद की नीति छोटे देशों के लिए अस्तित्व का संकट बन सकती है।
🧭 क्या है जयशंकर का मंत्र?
जयशंकर ने कहा कि अब समय आ गया है जब विकासशील देशों को आंतरिक बाज़ारों को मज़बूत करने, बहुपक्षीय व्यापार समझौतों को प्राथमिकता देने, और टेक्नोलॉजी-आधारित व्यापार मॉडल पर काम करने की जरूरत है। इससे वे बाहरी दबाव से बच सकते हैं और आर्थिक संप्रभुता बनाए रख सकते हैं।
🤝 साझेदारी ही है समाधान
जयशंकर ने यह भी सुझाव दिया कि BRICS जैसे समूहों को मिलकर वैश्विक व्यापार में नई साझेदारियाँ बनानी चाहिए, जिससे पारंपरिक शक्तियों पर निर्भरता कम हो और सदस्य देशों को स्थिरता मिल सके।
💡 बिज़नेस समुदाय के लिए सबक
विदेश मंत्री का यह बयान न सिर्फ कूटनीतिक था, बल्कि बिजनेस लीडर्स के लिए भी एक दिशा-निर्देश है। आयात-निर्यात पर निर्भर कंपनियों को अब वैकल्पिक सप्लाई चेन तैयार करने और टेक्नोलॉजी में निवेश बढ़ाने की जरूरत है।











