🌐 तिकड़ी तैयार: तीन महाशक्तियों का मिशन शुरू
दुनिया के तीन ताकतवर नेता—नरेंद्र मोदी, व्लादिमीर पुतिन और शी जिनपिंग—अब अमेरिका के ट्रंप टैरिफ के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय व्यापार को झटका देने वाले टैरिफ के जवाब में ये तिकड़ी अब नई रणनीति के साथ मैदान में उतरने जा रही है।
📊 टैरिफ की मार: कैसे ट्रंप ने व्यापार को झटका दिया
डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर आयात शुल्कों का सहारा लिया है, जिससे भारत, रूस और चीन की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा। स्टील, इलेक्ट्रॉनिक्स और ऊर्जा सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। अब तीनों देशों ने मिलकर एक साझा “काउंटर इकोनॉमिक फ्रेमवर्क” पर काम शुरू कर दिया है।
💼 बैकडोर मीटिंग्स: दो दिन में बड़ा ऐलान संभव
सूत्रों के मुताबिक, आने वाले 48 घंटों में एक संयुक्त बयान जारी हो सकता है। इसमें ट्रेड अलायंस, मल्टी करेंसी पेमेंट सिस्टम और बिलैटरल समझौते शामिल होंगे। ये कदम डॉलर निर्भरता को घटाने और अमेरिकी दबाव से मुक्त होने की दिशा में बड़ा प्रयास होगा।
🌍 ग्लोबल मैसेज: पश्चिम को चेतावनी
यह महाप्लान केवल आर्थिक नहीं, बल्कि राजनीतिक संकेत भी देगा। तीनों देश यह संदेश देना चाहते हैं कि अब एकध्रुवीय व्यवस्था का समय खत्म हो चुका है। वैश्विक व्यापार पर अमेरिकी नियंत्रण की नीति को अब चुनौती दी जाएगी।
📈 नई रणनीति: व्यापारिक आज़ादी की ओर
मोदी-पुतिन-जिनपिंग की तिकड़ी अब नए व्यापारिक रास्ते खोलने जा रही है। इसमें बैरियर फ्री ट्रेड, नए समुद्री मार्ग, और फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी का उपयोग प्रमुख रहेंगे। यह योजना न केवल टैरिफ का जवाब है, बल्कि विकासशील देशों के लिए एक विकल्प भी बनेगी।











