
Trump Tariff Bomb: भारत दौरे पर पुतिन, चीन ने दिया साथ, ट्रंप की रणनीति पर अब क्या होगा असर?
ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी के बीच आया पुतिन दौरे का ऐलान
Trump Tariff Bomb के माहौल के बीच एक बड़ी राजनयिक खबर सामने आई है—रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जल्द ही भारत दौरे पर आने वाले हैं। ये जानकारी रूस दौरे पर गए भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने खुद दी। इस खबर ने वैश्विक राजनीति के समीकरणों में हलचल मचा दी है।
डोभाल बोले—पुतिन का दौरा लगभग तय, रणनीतिक रिश्तों को मिलेगा बल
NSA डोभाल ने कहा, “राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा को लेकर हम बेहद उत्साहित और संतुष्ट हैं। मुझे लगता है कि अब तारीखें लगभग तय हो चुकी हैं।” उन्होंने कहा कि भारत-रूस संबंध हमेशा से खास और गहरे रहे हैं और ये यात्रा हमारी रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई पर ले जाएगी।
ट्रंप का टैरिफ बम: भारत को 50% टैक्स की सजा
इसी बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50% टैरिफ लगा दिया है। यह फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि भारत रूस से बड़ी मात्रा में तेल खरीद रहा है। ट्रंप ने इसे अमेरिका के हितों के खिलाफ बताते हुए 27 अगस्त से लागू करने का ऐलान किया है। भारत ने इसे अनुचित और व्यापारिक दबाव की नीति बताया है।
चीन ने दिखाई नाराजगी, अमेरिका पर लगाया आरोप
ट्रंप के इस टैरिफ बम पर चीन भी खुलकर सामने आया है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि अमेरिका टैरिफ को हथियार बनाकर अन्य देशों को झुका रहा है। उन्होंने इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया और भारत समेत सभी प्रभावित देशों के समर्थन में बयान दिया।
पुतिन का दौरा और चीन का समर्थन—भारत के लिए रणनीतिक जीत?
ऐसे वक्त में जब अमेरिका भारत को आर्थिक मोर्चे पर घेरने की कोशिश कर रहा है, रूस के राष्ट्रपति पुतिन का भारत दौरा और चीन का समर्थन भारत की कूटनीतिक स्थिति को मजबूत करता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि अब ट्रंप अपनी अगली चाल क्या चलते हैं, खासकर जब भारत-रूस-चीन त्रिकोणीय समीकरण अमेरिका की रणनीति को चुनौती दे रहा है।