🔹 दिल्ली में भक्तिमय माहौल, तीसरा दिवस संपन्न
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चल रहे श्री विद्या महायज्ञ का तीसरा दिवस भक्ति और आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण रहा। इस विशेष अवसर पर देश-विदेश से आए साधकों और श्रद्धालुओं ने एक साथ मिलकर माता ललिता त्रिपुरा सुंदरी की आराधना की। पूरे परिसर में वैदिक मंत्रों की गूंज से वातावरण पवित्र हो उठा।
🔹 दो करोड़ मंत्रों से की गई माता ललिता की अर्चना
तीसरे दिन का मुख्य आकर्षण रहा दो करोड़ मंत्रों का सामूहिक जाप, जिसके माध्यम से साधकों ने माता ललिता के चरणों में अपनी श्रद्धा अर्पित की। यज्ञाचार्यों ने बताया कि यह अनुष्ठान शांति, समृद्धि और विश्वकल्याण के उद्देश्य से किया गया। इस अवसर पर ललिता सहस्रनाम, त्रिपुरा रहस्य और वेद-मंत्रों का निरंतर पाठ किया गया।
🔹 साधकों और यज्ञाचार्यों की विशेष उपस्थिति
देशभर के प्रतिष्ठित श्रीविद्या उपासक, वेदाचार्य और संत इस आयोजन में सम्मिलित हुए। उन्होंने बताया कि श्री विद्या महायज्ञ केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह अंतर्यात्रा का माध्यम है। साधकों ने कहा कि इस प्रकार के अनुष्ठान से “मानव चेतना शुद्ध” होती है और समाज में सद्भाव और सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार होता है।
🔹 भव्य आयोजन और श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
पूरे आयोजन स्थल को वैदिक थीम पर सजाया गया था। दीपों और पुष्पों से सजे मंडप में निरंतर हवन, मंत्रोच्चार और आरती होती रही। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ ने माता ललिता के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। कई भक्तों ने इसे जीवन का “दुर्लभ आध्यात्मिक अनुभव” बताया।
🔹 आगामी दिनों में होंगे विशेष अनुष्ठान
यज्ञ आयोजकों ने बताया कि आगामी दिनों में चंडी हवन, त्रिपुरा महापूजन और सहस्र चंडी पाठ का आयोजन किया जाएगा। समापन दिवस पर पूर्णाहुति यज्ञ और महा आरती का भव्य कार्यक्रम रखा गया है, जिसमें देशभर से संत, विद्वान और श्रद्धालु भाग लेंगे।










