
कोर्ट में तीखी बहस, बाहर सियासी गर्मी
Rahul Gandhi SC Remark को लेकर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान बड़ा बयान आया। भारतीय सेना पर कथित टिप्पणी के मामले में कोर्ट ने राहुल गांधी से पूछा—आपको कैसे पता चला कि चीन ने 2000 वर्ग किलोमीटर जमीन हड़प ली? अगर आप सच्चे भारतीय होते, तो ऐसा नहीं कहते।
कांग्रेस का जवाब—भाषा से गलत संदेश
सुप्रीम कोर्ट की इस टिप्पणी पर कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर ने कहा कि इस तरह की भाषा आमतौर पर राजनेता इस्तेमाल करते हैं, न कि न्यायाधीश। उन्होंने कहा—हम भी जजों की निष्ठा पर सवाल उठा सकते हैं, लेकिन यह संवैधानिक रूप से सही नहीं होगा।
भाजपा पर लगाया तोड़-मरोड़ का आरोप
टैगोर ने कहा कि कोर्ट का आदेश विपक्ष के लिए राहत भरा है, लेकिन जजों द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्दों को भाजपा ने गलत तरीके से पेश किया है।
राहुल गांधी को मिली अंतरिम राहत
सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी की याचिका पर उत्तर प्रदेश सरकार और शिकायतकर्ता को नोटिस जारी किया। कोर्ट ने फिलहाल निचली अदालत में मानहानि मामले की कार्यवाही पर रोक लगाई और अगली सुनवाई 3 हफ्ते बाद तय की।
कोर्ट की आपत्ति—सबूत कहां हैं?
जस्टिस दीपांकर दत्ता और जस्टिस एजी मसीह की बेंच ने राहुल गांधी के बयानों पर असहमति जताते हुए पूछा—जो कहना है, संसद में कहिए, सोशल मीडिया पर क्यों? बिना सबूत के बयान क्यों दे रहे हैं? जस्टिस दत्ता ने कहा—अगर आप सच्चे भारतीय होते, तो यह सब नहीं कहते।