खामोशी के बीच शुरू हुआ Operation Sindoor
सीमा के पास का इलाका पूरी तरह तनाव में था। तभी सेना ने अचानक Operation Sindoor शुरू किया। अंधेरे और सन्नाटे में जवानों ने मोर्चा संभाला।
कमांडो की खुफिया रणनीति
कमांडर ने खुलासा किया कि इस मिशन की तैयारी कई दिनों से चल रही थी। हर कदम पर खुफिया इनपुट और निगरानी का खास इंतज़ाम किया गया। दुश्मन को अंदाजा तक नहीं था कि हमला कब और कहां से होगा।
आतंकियों की घेराबंदी
ऑपरेशन के दौरान आतंकियों को चारों तरफ से घेर लिया गया। उन्होंने भागने की कोशिश की लेकिन सेना की मजबूत रणनीति ने उनके सभी रास्ते बंद कर दिए।
फायरिंग का जबरदस्त मंजर
कमांडर ने बताया कि आतंकियों ने पहले गोलियां चलाईं, लेकिन जवानों की जवाबी कार्रवाई इतनी सटीक थी कि वे टिक ही नहीं पाए। हर दिशा से फायरिंग ने आतंकियों को बेबस कर दिया।
मिशन की कामयाबी और सफाया
कुछ ही घंटों में Operation Sindoor पूरी तरह सफल रहा। इलाके को सुरक्षित घोषित किया गया और सभी आतंकियों का सफाया हो गया। कमांडर ने साफ किया कि यह मिशन आने वाले समय के लिए बड़ा संदेश है।











