🔍 तेज़ी से बिगड़ी स्थिति
नेपाल में नरेंद्र मोदी जैसा पीएम चाहिए Nepal Gen‑Z Demand की पुकार ने अचानक देश की सियासी जमीन हिला दी है। सोशल मीडिया प्रतिबंध, भ्रष्टाचार और रोज़गार की कमी ने Gen‑Z को सड़कों पर ला दिया है। शुरुआत में शांतिपूर्ण मार्च थे, लेकिन जज़्बात़ भड़क उठे हैं। India Today+1
⚖️ भ्रष्टाचार और सामाजिक प्रतिबंध
Gen‑Z युवाओं की नाराज़गी सिर्फ़ सोशल मीडिया बैन तक सिमटी नहीं है। भ्रष्ट अधिकारियों के इस्तेमाल में पारदर्शिता की कमी, वादों की टूटती डोर, और न्याय व्यवस्था में भ्रष्टता ने उन्हें दोषी माना है। नरेंद्र मोदी जैसा पीएम चाहिए Nepal Gen‑Z Demand के तहत युवा चाहते हैं साफ़‑सुथरी सरकार, सशक्त जवाबदेही। India Today+1
🏛️ अलग‑अलग नामों की हो रही चर्चा
युवा नेताओं ने सुझाया कि अंतरिम सरकार में Gen‑Z प्रतिनिधियों को शामिल किया जाए। कुछ समूह चाहते हैं कि बालेन शाह बनें interim पीएम, कुछ सुशीला कार्की को नाम दिया गया है। लेकिन बताया जा रहा है कि कोई एक नाम पर सहमति नहीं बन पा रही है — यही पेंच है जो जारी है। The Week+2Navbharat Times+2
🗣️ जनभावनाएँ और संभावित परिणाम
भीड़ का इकट्ठा होना, राजनीतिक दबाव, और सार्वजनिक विश्वास में कमी — ये सभी संकेत हैं कि नरेंद्र मोदी जैसा पीएम चाहिए Nepal Gen‑Z Demand सिर्फ नारों तक नहीं रहेगा। संघर्ष अब नीतियों, नेतृत्व और रास्ता दिखाने वालों की खोज तक पहुँच गया है। यदि interim सरकार नहीं बनी, तो हराजनक विकल्प खुलेंगें: नये चुनाव, नए नेता या फिर संवैधानिक समाधान।











