करूर भगदड़ बनी सियासी बहस का मुद्दा
तमिलनाडु के करूर जिले में हुई भगदड़ की घटना ने राज्य की राजनीति को गरमा दिया है। हादसे में कई लोगों की जान जाने के बाद विपक्षी पार्टियों ने सरकार पर सवाल उठाए।
स्टालिन का BJP पर सीधा हमला
मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने इस घटना को लेकर बीजेपी को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि भाजपा इस त्रासदी का इस्तेमाल केवल राजनीतिक लाभ लेने के लिए कर रही है, जबकि राज्य सरकार पीड़ित परिवारों की मदद और जिम्मेदारों पर कार्रवाई के लिए गंभीर है।
जांच और कार्रवाई का भरोसा
स्टालिन ने भरोसा दिलाया कि करूर भगदड़ की पूरी जांच होगी और इसमें लापरवाही बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही मृतकों के परिवारों को सहायता राशि देने और घायलों के इलाज के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है।
बीजेपी के आरोप और जवाब
बीजेपी नेताओं का कहना है कि करूर हादसा सरकार की लापरवाही का नतीजा है। उनका आरोप है कि पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम नहीं किए गए थे। इस पर स्टालिन ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा इस दुखद घटना में भी राजनीति तलाश रही है।
सवाल अब भी बरकरार
करूर की यह त्रासदी तमिलनाडु में बड़ा चुनावी मुद्दा बन गई है। जनता पूछ रही है – क्या इस हादसे के असली जिम्मेदारों को सज़ा मिलेगी, या फिर यह मामला भी केवल राजनीतिक बयानबाज़ी में खो जाएगा?











