🧨 चार साल में जो हुआ, वो चौंका देगा!
India-Russia Trade Boom – इन चार सालों में भारत और रूस के बीच व्यापार में जो उछाल आया है, वह किसी आर्थिक चमत्कार से कम नहीं! एक वक़्त था जब यह व्यापार सीमित था, लेकिन आज यह 5 गुना बढ़ चुका है। एस जयशंकर ने मॉस्को में इस मुद्दे पर एक बड़ा बयान दिया है।
🗣️ एस जयशंकर का कड़ा संदेश
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मॉस्को की ज़मीन पर एक साफ़ चेतावनी दी—”अब व्यापार असंतुलन को और नहीं सहा जाएगा।” उन्होंने रूस से साफ़ कहा कि भारत अब स्थायी संतुलन चाहता है, जिससे दोनों देशों को बराबर लाभ हो।
📈 कहाँ से कहाँ पहुंचा व्यापार?
सिर्फ़ चार साल पहले, भारत-रूस व्यापार $10 बिलियन से भी नीचे था। आज यह $50 बिलियन को पार कर चुका है। इस ग्रोथ की बड़ी वजह तेल और रक्षा उपकरणों का बड़ा सौदा है, जिससे भारत को भारी लाभ हुआ।
💬 मॉस्को में हुई मीटिंग के बड़े संकेत
इस मुलाक़ात में ऊर्जा, रक्षा और फार्मा जैसे क्षेत्रों पर भी चर्चा हुई। जयशंकर ने ज़ोर देकर कहा कि भारत अब सिर्फ़ खरीददार नहीं रहेगा, बल्कि साझेदार बनना चाहता है। दोनों देशों के रिश्ते रणनीतिक ऊंचाइयों को छूने को तैयार हैं।
🔄 क्या होगा अगला कदम?
अब सवाल है—क्या रूस इस असंतुलन को दूर करने के लिए भारत को ज़्यादा एक्सपोर्ट देगा? या भारत की माँगों को नज़रअंदाज़ करेगा? इस कूटनीतिक खेल का अगला पड़ाव बहुत कुछ तय करेगा।











