अमेरिकी मध्यस्थता पर चर्चा
India Pakistan संबंधों पर अक्सर अमेरिकी मध्यस्थता की बात उठती रही है। लेकिन इस बार पाकिस्तान ने खुद माना है कि भारत ने अमेरिका को स्पष्ट जवाब दे दिया।
भारत का सख्त रुख
भारत ने दो टूक कहा कि कश्मीर और अन्य मुद्दे पूरी तरह द्विपक्षीय हैं। किसी तीसरे देश की दखलअंदाजी स्वीकार्य नहीं होगी।
पाकिस्तान ने किया सच कबूल
पाकिस्तान ने यह स्वीकार किया कि अमेरिकी पहल के बावजूद भारत ने साफ कहा कि सभी विवाद आपसी बातचीत से ही सुलझाए जाएंगे। इससे भारत की पुरानी नीति एक बार फिर मजबूत हुई।
राजनीतिक हलचल
इस बयान ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा दी है। जहां अमेरिका खुद को मध्यस्थ बताने से पीछे हट गया, वहीं पाकिस्तान पर दबाव और बढ़ गया।
भारत का कड़ा संदेश
विशेषज्ञ मानते हैं कि भारत का यह रुख दुनिया को यह संदेश देता है कि कोई भी देश उसकी संप्रभुता और कूटनीतिक नीति पर सवाल नहीं उठा सकता।











