दिल्ली में बयान से हलचल
दिल्ली पॉलिटिक्स (Delhi Politics) में एक नया मोड़ आया है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का ताजा बयान—“मोदी वोट नहीं, दिल हैं”—ने राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ा दी है।
मोदी के नाम पर सियासत
गुप्ता के इस बयान को लेकर विपक्ष ने सरकार पर हमला तेज कर दिया है। विपक्षी दलों का कहना है कि भाजपा बार-बार मोदी के नाम पर वोट मांगती है, लेकिन गुप्ता का यह बयान कहीं न कहीं पार्टी की असलियत को उजागर करता है।
गुप्ता के समर्थन में नेता
हालांकि भाजपा के कई नेता गुप्ता के बयान का समर्थन कर रहे हैं। उनका कहना है कि मोदी सिर्फ नेता नहीं बल्कि जनता की भावनाओं से जुड़े हुए हैं। ऐसे में उन्हें केवल “वोट” तक सीमित करना उचित नहीं।
राजनीतिक विश्लेषकों की राय
राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि यह बयान विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा राजनीतिक दांव है। इसका असर दिल्ली की जनता की सोच और चुनावी रणनीतियों पर पड़ सकता है।
दिल्ली चुनावी समीकरण
चुनावी सीजन में दिया गया यह बयान अब चुनावी समीकरणों को नया रंग दे रहा है। दिल्ली पॉलिटिक्स में हर पार्टी इस मुद्दे को अपने पक्ष में भुनाने की कोशिश कर रही है।











