🔹 नई हलचल से हिली बिहार राजनीति!
Bihar Politics Seat Sharing में एक नया मोड़ तब आया जब हम (हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा) प्रमुख जीतन राम मांझी ने दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। इस बैठक में मांझी ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपनी पार्टी की 15 सीटों की सूची सौंप दी। सूत्रों के मुताबिक, इन सीटों में कुछ ऐसी भी हैं जो फिलहाल बीजेपी और जेडीयू के कब्जे में हैं।
🔹 सीट शेयरिंग पर बढ़ी खींचतान
मांझी के इस कदम के बाद एनडीए के भीतर सीट बंटवारे को लेकर असंतोष गहराता दिख रहा है। बीजेपी और जेडीयू पहले ही अपने-अपने हिस्से पर चर्चा कर चुकी हैं, लेकिन मांझी की इस नई सूची ने समीकरणों को बदल दिया है। अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि मांझी ने साफ कहा है कि उनकी पार्टी अब “प्रतीकात्मक उपस्थिति” नहीं बल्कि “निर्णायक भूमिका” चाहती है।
🔹 जेपी नड्डा के सामने रखी मांगें
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मांझी ने जेपी नड्डा को बताया कि उनकी पार्टी का जनाधार कई सीटों पर मजबूत है, और अगर एनडीए को 2025 में जीत चाहिए, तो “सम्मानजनक भागीदारी” जरूरी है। बताया जा रहा है कि मांझी ने कुछ सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम भी सुझाए हैं, जिससे बीजेपी-जेडीयू कैंप में हलचल मच गई है।
🔹 NDA में असंतोष की लहर
बीजेपी और जेडीयू सूत्रों के मुताबिक, एनडीए के भीतर अब सीट शेयरिंग की खींचतान खुलकर सामने आने लगी है। जहां जेडीयू अपनी सिटिंग सीटों को छोड़ने के मूड में नहीं, वहीं बीजेपी “छोटे सहयोगियों को संतुष्ट रखने” के फॉर्मूले पर काम कर रही है। मांझी के इस रुख से बिहार NDA के भीतर रणनीतिक तनाव बढ़ गया है।
🔹 आगे क्या होगा?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर मांझी की मांगें नहीं मानी गईं, तो यह बिहार NDA गठबंधन के लिए चुनावी चुनौती बन सकती हैं। आने वाले हफ्तों में दिल्ली और पटना के बीच कई दौर की बैठकों से बिहार की राजनीति में बड़ा फेरबदल देखने को मिल सकता है।










