🔥 शुरुआत में सस्पेंस
“भारत किसी के दबाव में नहीं आएगा” – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह बयान न केवल अमेरिका बल्कि पूरे विश्व के लिए एक कड़ा संदेश है। ट्रंप प्रशासन के टैरिफ निर्णयों के बीच यह बयान भारत की दृढ़ कूटनीति को दर्शाता है।
💡 मोदी की दो टूक
प्रधानमंत्री मोदी ने साफ किया कि भारत अपने राष्ट्रीय हितों से समझौता नहीं करेगा। अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ से वैश्विक व्यापार में तनाव बढ़ा है, लेकिन भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उसका झुकाव किसी के दबाव में नहीं होगा।
🌍 अमेरिका को सीधा संदेश
ट्रंप सरकार का मकसद जहां अपने उद्योगों को सुरक्षा देना है, वहीं भारत ने बताया कि वह अपनी आर्थिक नीतियां स्वतंत्र रूप से तय करेगा। यह बयान दर्शाता है कि भारत किसी भी वैश्विक दबाव का शिकार बनने वाला नहीं है।
⚡ जनता का समर्थन
मोदी का यह रुख भारतीय जनता में आत्मविश्वास पैदा करता है। लोग मानते हैं कि वैश्विक राजनीति में भारत की स्थिति अब पहले से कहीं अधिक मजबूत है।
🔎 निष्कर्ष
स्पष्ट है कि भारत का संदेश एकदम साफ है – “भारत किसी के दबाव में नहीं आएगा” और अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा हर कीमत पर करेगा।











