🔹 किसानों के लिए दिवाली से पहले बड़ा तोहफा
देश के किसानों के लिए दिवाली से पहले एक ऐतिहासिक दिन रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के पूसा से दो नई कृषि परियोजनाओं की शुरुआत करते हुए घोषणा की कि अब “आत्मनिर्भर भारत के निर्माता किसान” होंगे। मोदी ने कहा, अब किसान सिर्फ उपज नहीं उगाएंगे, बल्कि भारत की आर्थिक रीढ़ को और मजबूत करेंगे।
🔹 दो बड़ी योजनाओं का शुभारंभ
कार्यक्रम में पीएम मोदी ने पीएम धन-धान्य कृषि योजना और दलहन आत्मनिर्भरता मिशन का शुभारंभ किया। इन दोनों योजनाओं के लिए सरकार ने 42,000 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की है। इन परियोजनाओं का लक्ष्य किसानों की आय में बढ़ोतरी करना और देश को दलहन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना है।
🔹 पीएम मोदी का विज़न: किसान से उद्योगपति तक
मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों ने किसानों को उनके हाल पर छोड़ दिया था, लेकिन अब किसान “बदलते भारत” की ताकत हैं। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि आने वाले समय में ग्रामीण अर्थव्यवस्था और कृषि नवाचार भारत की नई विकास कहानी लिखेंगे। सरकार अब किसानों को प्रोसेसिंग, पैकेजिंग और एक्सपोर्ट से जोड़ने पर जोर दे रही है।
🔹 कृषि में टेक्नोलॉजी और युवाओं की भूमिका
पीएम मोदी ने यह भी बताया कि अब कृषि क्षेत्र में ड्रोन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग बढ़ाया जाएगा, ताकि युवा भी खेती को रोजगार के रूप में अपनाएं। उनका कहना था — “नए भारत का किसान सिर्फ खेतों तक सीमित नहीं, बल्कि स्टार्टअप और टेक्नोलॉजी से जुड़ा नवाचारक भी है।”
🔹 कृषि को आत्मनिर्भर भारत का आधार बनाना
कार्यक्रम के अंत में पीएम मोदी ने कहा कि यह समय “आत्मनिर्भर भारत के निर्माता किसान” का है। सरकार का उद्देश्य है कि हर किसान अपने क्षेत्र में समृद्धि का केंद्र बने। इन योजनाओं के माध्यम से गांवों में रोज़गार, निवेश और नवाचार को नई दिशा दी जाएगी।










