🪖 ऑपरेशन सिंदूर खत्म नहीं हुआ था 10 मई को: बड़ा खुलासा
देश की सुरक्षा से जुड़ा एक बड़ा राज सामने आया है। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने इस बात का खुलासा किया है कि ऑपरेशन सिंदूर, जिसे 10 मई को समाप्त घोषित किया गया था, वास्तव में अभी भी जारी है। उन्होंने कहा कि यह केवल “एक चरण” का अंत था, न कि पूरे मिशन का।
⚔️ क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना द्वारा जम्मू-कश्मीर के दुर्गम क्षेत्रों में चलाया गया एक विशेष सैन्य अभियान है, जिसका उद्देश्य आतंकियों के ठिकानों को नष्ट करना और सीमाई घुसपैठ को रोकना है। इसे अप्रैल 2025 के अंत में शुरू किया गया था।
🕵️ जनता को क्यों नहीं दी गई पूरी जानकारी?
सेना प्रमुख ने बताया कि मिशन की संवेदनशीलता और रणनीतिक सुरक्षा कारणों से इस ऑपरेशन की सारी जानकारियाँ सार्वजनिक नहीं की जा सकतीं। उन्होंने कहा कि मिशन के कुछ हिस्से मीडिया और नागरिकों की निगाहों से दूर रहकर पूरे किए जा रहे हैं।
🎯 10 मई को क्या हुआ था?
10 मई को सेना द्वारा एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया कि ऑपरेशन सिंदूर का एक प्रमुख चरण सफलतापूर्वक पूरा हो गया है। इसे कई मीडिया चैनलों ने “मिशन के अंत” के रूप में रिपोर्ट किया। लेकिन अब सेना प्रमुख ने साफ कर दिया है कि यह भ्रम था।
🧭 अब ऑपरेशन किस मोड़ पर है?
जनरल द्विवेदी के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर अब अपने निर्णायक चरण में प्रवेश कर चुका है। सेना ने आतंकियों के कई ठिकानों को नष्ट कर दिया है, लेकिन अभी भी कुछ इलाके साफ करने बाकी हैं।
🚨 सुरक्षा बलों को सतर्क रहने का आदेश
सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि उत्तरी कमांड और विशेष बलों को अभी भी सतर्क और ऑपरेशनल स्थिति में रखा गया है। “यह एक सतत लड़ाई है जो तभी खत्म होगी जब आखिरी खतरा मिटा दिया जाएगा,” उन्होंने कहा।
🗣️ सेना का संदेश: देश निश्चिंत रहे, हम तैयार हैं
सेना प्रमुख ने देशवासियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि भारतीय सेना हर परिस्थिति से निपटने में सक्षम है। उन्होंने कहा, “देश निश्चिंत रहे, ऑपरेशन सिंदूर हमारी रणनीतिक योजना का अहम हिस्सा है और हम अंतिम लक्ष्य तक पहुंचकर ही रुकेंगे











