📚 NCERT स्थापना दिवस पर शिक्षा मंत्री का बड़ा संदेश!
Degree vs Knowledge की बहस में आज शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एक नई लकीर खींच दी। NCERT के स्थापना दिवस के मौके पर उन्होंने जो बातें कहीं, वे सिर्फ भारत ही नहीं, पूरी दुनिया की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रही हैं।
🎙️ “सिर्फ सर्टिफिकेट नहीं, असली ताकत है ज्ञान!”
शिक्षा मंत्री ने साफ शब्दों में कहा—”आज की दुनिया में डिग्री या सर्टिफिकेट से ज्यादा अगर किसी चीज़ की कद्र है, तो वह है ज्ञान।” उन्होंने कहा कि बदलते दौर में स्किल्स और समझदारी ही असली पहचान बन चुकी है।
🌏 वैश्विक उदाहरण से की तुलना
प्रधान ने बताया कि दुनिया की कई बड़ी कंपनियां अब सिर्फ डिग्री देखकर नौकरी नहीं देतीं। वे उस व्यक्ति की वास्तविक योग्यता और समस्याओं को हल करने की क्षमता को तरजीह देती हैं। उन्होंने कहा, “अब समय आ गया है कि भारत की शिक्षा प्रणाली भी इसी रास्ते पर चले।”
🏫 नई शिक्षा नीति की झलक
NCERT के इस खास मौके पर धर्मेंद्र प्रधान ने यह भी दोहराया कि नई शिक्षा नीति (NEP) का उद्देश्य भी यही है—बच्चों में सोचने, समझने और सृजनात्मकता की क्षमता को बढ़ाना, न कि सिर्फ उन्हें परीक्षा पास कराने की मशीन बनाना।
🛠️ डिग्री का नहीं, दक्षता का दौर है
Degree vs Knowledge विषय पर बोलते हुए मंत्री ने कहा, “हमारे युवा सिर्फ कागज़ी डिग्रियों से नहीं, अपने कौशल और ज्ञान से दुनिया में भारत का नाम रोशन करेंगे।” उन्होंने स्कूलों और कॉलेजों को स्किल-बेस्ड लर्निंग पर जोर देने का सुझाव भी दिया।
💡 छात्रों और शिक्षकों को मिला नया विज़न
इस भाषण ने छात्रों, शिक्षकों और नीति-निर्माताओं के लिए एक नई दिशा तय कर दी है। प्रधान का संदेश साफ था—अब समय है कि हम डिग्री की दौड़ छोड़कर ज्ञान की खोज में निकलें।
🔚 निष्कर्ष: क्या आप भी सिर्फ डिग्री पर भरोसा करते हैं?
Degree vs Knowledge का यह संदेश सिर्फ एक भाषण नहीं, बल्कि आने वाले भारत की शिक्षा क्रांति का ट्रेलर हो सकता है। सवाल यह है—क्या हम इस बदलाव को स्वीकारने को तैयार हैं?











