🧨 छगन भुजबल का बड़ा बयान: “Kunbi और Maratha एक नहीं हैं!”
Kunbi Maratha difference पर महाराष्ट्र की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। मंत्री छगन भुजबल ने आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे मनोज जरांगे को खुली चुनौती देते हुए साफ कहा है कि “कुनबी और मराठा एक नहीं हैं।”
⚔️ आरक्षण पर सीधी टक्कर!
मराठा आरक्षण को लेकर चल रहे विवाद के बीच भुजबल का यह बयान सीधे तौर पर मनोज जरांगे के आंदोलन को चुनौती देता है। जरांगे का दावा है कि मराठा समुदाय कुनबी की पहचान के तहत आरक्षण का हकदार है, लेकिन भुजबल इसे साफ नकारते हैं।
🔍 “इतिहास से छेड़छाड़ नहीं चलेगी”
छगन भुजबल का कहना है कि समाज की ऐतिहासिक पहचान को राजनीतिक फायदे के लिए बदला नहीं जा सकता। उनका दावा है कि OBC आरक्षण को कमजोर करने की यह एक सोची-समझी साजिश है, जिसे वो किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।
🗣️ जरांगे को दो टूक संदेश
मनोज जरांगे को संबोधित करते हुए भुजबल ने कहा, “भावनाओं से नहीं, हकीकत से बात करें।” उन्होंने चेताया कि अगर मराठा समाज को OBC के तहत शामिल किया गया, तो इससे पुराना आरक्षण ढांचा चरमरा जाएगा।
🧬 कुनबी और मराठा में अंतर क्यों ज़रूरी है?
Kunbi Maratha difference पर बोलते हुए भुजबल ने बताया कि दोनों समुदायों की सामाजिक और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि अलग-अलग है। कुनबी OBC वर्ग का हिस्सा हैं, जबकि मराठा एक अलग पहचान रखते हैं, जो अभी तक OBC में शामिल नहीं है।
🔥 राजनीतिक पारा चढ़ा
इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज़ हो गई है। कुछ दल भुजबल के बयान को सही ठहरा रहे हैं, तो कुछ इसे समुदायों के बीच दरार बढ़ाने वाला बता रहे हैं।
🕊️ समाधान या टकराव?
अब सवाल यह है कि क्या इस मुद्दे का समाधान संवाद से होगा या टकराव और बढ़ेगा? भुजबल के इस बयान से जरांगे की रणनीति पर असर जरूर पड़ेगा, लेकिन आंदोलन की आग शांत होगी या और भड़केगी—यह अभी कहना मुश्किल है।











